शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2015

मोहब्बत का तोहफा

किसी के दिल मिलेंगे किसी का दिल जीतेगा, कोई दुआ में मोहब्बत की सलामती चाहेगा तो कोई दुआ में जीत चाहेगा। कुछ ऐसा ही माहौल हो गया है इस साल। 14 फरवरी का दिन यूं तो मोहब्बत के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है पर इस बार यह दिन कुछ अलग और खास भी है। हो भी क्यों न आखिर एक दिवसीय क्रिकेट के 11वें विश्वकप का मुकाबला जो शुरू हो गया है। सोशल मीडिया हो या चाय की दूकान, हर जगह क्रिकेट की मोहब्बत और अपनी मोहब्बत दोनों के चर्चे साथ ही हो रहे हैं। अच्छा है। पर सिर्फ इसमें मोहब्बत ही नहीं बल्कि मुश्किल भी बहुत है। अब क्रिकेट लड़कों की पहली पसंद, फिर मोहब्बत भी है। आखिर किया जाये भी तो क्या ? इसी जद्दोजहत में फंसा है शहर का युवा। मुश्किल इतनी ही नहीं है की आखिर किसको कितना टाइम दिया जाए। मुश्किल इसकी भी है की आखिर भारतीय टीम क्या अपने फिलहाल चल रहे फॉर्म में विश्वकप को अपने ही पास रख पायेगी ? एक दिवसीय क्रिकेट के 11वें विश्वकप की शुरुआत के समय अपने विश्व चैंपियन खिताब की रक्षा कर पाने की महेंद्र सिंह धोनी की टीम की क्षमताओं पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ त्रिकोणीय शृंखला में उसके खराब प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के उत्साह पर पानी फेर दिया है। बेअसर गेंदबाजी सबसे बड़ी चिंता है। बल्लेबाज भी कुल-मिलाकर औसत प्रदर्शन ही कर पाए हैं। टीम लंबे समय से ऑस्ट्रेलिया में है। इससे खिलाडि़यों को वहां के वातावरण में ढलने का मौका तो मिला, लेकिन क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट से पहले वे थके-हारे नजर आने लगे हैं। फिर टीम में सचिन, सहवाग, युवराज, जहीर, हरभजन आदि जैसे मैच जिताने वाले खिलाड़ी नहीं हैं। मौजूदा टीम में विराट कोहली, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और एक हद तक अंजिक्य रहाणे ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनसे हर माहौल और परिस्थिति में समान प्रदर्शन की अपेक्षा की जा सकती है। इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें मैच का नक्शा बदलने में सक्षम खिलाडि़यों से भरपूर हैं। न्यूजीलैंड की टीम ने हाल में जैसा शानदार प्रदर्शन किया है, उसके कारण उसे भी विश्वकप के दावेदारों में गिना जा रहा है। इस पूरी मुश्किल को देखते हुए अब क्रिकेट प्रेमी कितना समय अपनी मोहब्बत के लिए निकाल पाएंगे और कितना समय अपने देश की जीत की दुआ में दे पाएंगे ये तो पता नहीं। पर आप सभी को मोहब्बत की जीत का तोहफा मिले यही दुआ है हमारी। फिर वो चाहे दिल हो या फिर विश्वकप।    

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