शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2015

कौन जिम्मेदार

हाल ही में लखनऊ की पुलिस को हाईटेक रूप देने के लिए सरकार ने कई बड़े कदम उठाए। मॉडर्न पुलिस कण्ट्रोल रूम बनाया गया, हाईटेक गाडि़यां लगाई गईं। पुरे शहर में पीसीआर वैन लगाई गई। और राजधानी पुलिस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश किया गया। फिर भी अपराध है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। इसकी वजह क्या है अगर इसपर गंभीरता से विचार किया जाए तो ये देखने को मिलता है कि जितना इसके लिए हम पुलिस को जिम्मेदार मानते हैं उससे कहीं ज्यादा हम आप भी जिम्मेदार है। लखनऊ शहर में मुख्यरूप से अगर कोई समस्या है तो वो है अपराध पर नियंत्रण। साथ ही यातायात को दुरुस्त करना। पर तमाम कोशिशों के बाद भी राजधानी पुलिस इसमें विफल हो रही। आखिर क्या कारण है ? क्या वाकई पुलिस अपना काम सही से नहीं कर रही ? या फिर इसके लिए हम आप कहीं गलती कर रहे ? शायद ये सही भी है की हम आप जरुर लखनऊ शहर को जाम मुक्त, अपराध मुक्त शहर के रूप में देखना चाहते हैं। पर कैसे होगा ये? तमाम बार पुलिस ने तरह तरह के अभियान चलाये। तमाम सामाजिक संगठनों ने भी तरह तरह से लोगों को जागरूक करने के कार्यक्रम चलाये। पर नतीजा सिफर ही रहा। दूसरी तरफ अपराध के बड़ते ग्राफ को देखा जाए तो ये भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है। हम हर बार सरकार और पुलिस प्रसाशन को दोषी बता कर अपनी जिम्मेदारी खत्म कर लेते हैं। पर क्या वाकई अपराध पर नियंत्रण का जिम्मा सिर्फ इन्ही दोनों पर है ? शायद नहीं। हम आप को भी इसके लिए जागरूक होना होगा। और अपने आस पास ऐसी कोई घटना न घटे इसके लिए संजीदा होना पड़ेगा साथ ही अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। ये जरुर है कि पुलिस की भागीदारी ज्यादा है इसकी रोकथाम के लिए पर हम भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। बेहतर होगा की अब सिर्फ सवाल उठाने का काम न कर हम आप भी जवाब देना शुरू करें। अपने बेहतर कल के लिए।   

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